8. हमारा पर्यावरण भारती भवन पब्लिकेशन वर्ग 10

किसी जीव के चारों ओर फैली हुई भौतिक या अजैव और जैव कारकों से निर्मित दुनियां जिसमें वह निवास करता है, एवं जिससे वह प्रभावित होता है , उसे उसका पर्यावरण या वातावरण कहा जाता हैं। 
विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया जाता हैं।
लक्ष्य:-
विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की थी।


पर्यावरण के अंतर्गत निम्न लिखित मंडल आते हैं।
1. जलमंडल ( Hydrosphere).
2. स्थलमंडल ( Lithosphere)
3. वायुमंडल  ( Atmosphere)
4. जीवमंडल ( Biosphere) 
पारिस्थितिक तंत्र के जैव अवयव:-
1. उत्पादक Producers:- वैसे जीव जो स्वयं भोजन का संश्लेषण करते हैं जैसे हरे पौधे. ये स्वपोषी हैं।
2. उपभोक्ता Consumers:- वैसे जीव अपने भोजन के लिए अन्य जीवों पर निर्भर होते हैं। ये परपोषी होते हैं।
3. अपघटनकर्ता Decomposers:- वैसे जीव जो उत्पादकों और उपभोक्ताओं का अपघटन करते हैं तथा इससे उत्पन्न पोषणों और गैसों को फिर से वातावरण में छोड़ देते हैं। 

उपभोक्ताओं के प्रकार:-
1. प्राथमिक उपभोक्ता: - वैसे उपभोक्ता जो अपने पोषण के लिए हरे पौधे अर्थात उत्पादकों (स्वपोषियों) पर निर्भर होते हैं। 
जैसे :- सभी शाकाहारी जन्तु,
Note:- मनुष्य और तिलचट्टा सर्वाहारी जन्तु है, 
जब ये हरे पौधों को खाते हैं तो प्राथमिक उपभोक्ता के श्रेणी में होते हैं। अन्यथा द्वितीय श्रेणी के उपभोक्ता में।
2. द्वितीयक उपभोक्ता:-  सभी मांसाहारी जीव जो प्राथमिक उपभोक्ताओं को खाते हैं द्वितीयक उपभोक्ता कहलाते हैं। शेर, बाघ, सर्प, मेढ़क, इत्यादि।
3. तृतीयक उपभोक्ता:- जब कोई जीव द्वितीयक उपभोक्ता को खाता है तो उसे तृतीयक उपभोक्ता कहते हैं। 
जब सर्प मेढ़क को खाता है तो वह तृतीयक उपभोक्ता कहलाता है।




आहार श्रृंखला या खाद्य श्रृंखला (food chain) क्या है? 
आहार श्रृंखला या खाद्य श्रृंखला (food chain) विभिन्न प्रकार के जीवों का वह क्रम होता है जिसमें जीव जन्तु , भोज्य  और भक्षक अर्थात भोजन को खाने वाले के रूप में सम्बंधित होते हैं। 
आहार श्रृंखला में  भोजन के रूप में ऊर्जा का प्रवाह एक जीव से दूसरे जीवों में सदा एक दिशीय एकपथीय होता है,
रासायनिक एवं ऊर्जा उत्पादक, उपभोक्ता एवं अपघटनकर्ता द्वारा निर्जीव पर्यावरण में प्रवेश कर फिर से चक्रीकरण द्वारा जैविक घटकों में प्रवेश कर जाती है।



आहार जाल का निर्माण कैसे होता है ?
 हर खाद्य श्रृंखला में प्राथमिक उत्पादक, प्राथमिक उपभोक्ता, द्वितीयक उपभोक्ता, तृतीयक उपभोक्ता एवं उच्च उपभोक्ता में सीधा एवं सरल संबंध होता है। लेकिन जब कई प्रकार के जन्तु एक ही प्रकार के भोज्य पदार्थ खाते हैं या एक ही प्रकार की जाति कही प्रकार के भोज्य जन्तुओं का भक्षण करते हैं तो आहार श्रृंखला जटिल हो जाती है। इसी प्रकार की जटिल खाद्य श्रृंखला को ही आहार जाल कहते हैं



अतिलघु उत्तरीय प्रश्न :

1. पर्यावरण किसे कहते है ?

उत्तर :- अजैव तथा जैव घटकों से बनी दुनिया को पर्यावरण कहा जाता है |

2. पारिस्थितिक तंत्र क्या है ?

उत्तर :-

जीवमंडल के विभिन्न घटक तथा उसके बीच ऊर्जा और पदार्थों का आदान प्रदान, सभी एक साथ मिलकर  पारिस्थितिक तंत्र का निर्माण करते हैं।

 पारिस्थितिक तंत्र जीवमंडल का एक स्वपोषित संरचनात्मक  तथा कार्यात्मक इकाई है | 



3. पारिस्थितिक तंत्र के किन्हीं दो  घटकों के नाम लिखे लिखे | 

उत्तर :- (i) जैव (ii) अजैव

4. पारिस्थितिक तंत्र के किन्ही तीन अजीव घटकों के नाम लिखे | 

उत्तर :- (i) भौतिक वातावरण (ii) पोषण (iii) जलवायु 

5. कृत्रिम पारिस्थितिक तंत्र का कोई दो उदाहरण दें | 

उत्तर :- (i) चारागाह (ii) उद्यान

6. मैदानी पारिस्थितिक तंत्र के आहार श्रीखंला को नामों से दर्शाएं |

उत्तर :- घास → बकरी → बाघ

7. उत्पादक किसे कहते है ?

उत्तर :- हरे पौधे जैसे शैवाल, घास, पेड़ इत्यादि ऐसे जीव है जिनमे प्रकाशसंश्लेषण द्वारा अपना भोजन स्वयं बनाने की क्षमता है | इस प्रकार के जीवों को उत्पादक कहते है | 

8. एक आहार श्रृखंला का प्रथम पोषी स्तर क्या है ?

उत्तर :- एक आहार श्रृंखला का प्रथम स्तर आहार श्रृंखला के उत्पादक (हरे पौधे) है | 

9. कोई दो अजैव निम्नीकरणीय अपशिष्टो के नाम लिखें | 

उत्तर :- (i) प्लास्टिक थैले (ii) बोतलें, अपमार्जक | 

10. निम्नलिखित में से कौन-कौन जैव निम्ननिकरणीय है ?

कागज़ , DDT , गोबर, प्लैस्टिक की थैली, सब्जी के छिलके |

उत्तर :- जैव निम्निकरणीय अपशिष्ट-कागज़, गोबर सब्जी के छिलके |

11. किस कारण से कुछ पदार्थ जैव निम्नीकरणीय होते है तथा कुछ जैव अनिम्नीकरणीय ?

उत्तर :- कुछ अपशिष्ट पदार्थों का निबटना आसानी से किया जा सकता है | किन्तु कुछ का जैव अपघटन आसानी से नहीं होता है | इन्हीं गुणों के कारण इसका वर्गीकरण किया गया है |

12. ओजोन स्तर का क्या महत्त्व है ?

उत्तर :- ओजोन स्तर सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों को अवशोषित कर पृथ्वी पर के प्राणियों को बचाता है |

13. CFC का पूरा नाम लिखिए |

उतर :- क्लोरो फ्लोरो कार्बन 

14. एक रासायनिक यौगिक का नाम लिखे जिससे ओजोन स्तर का अवक्षय होता है |

उत्तर :- क्लोरो कार्बन या क्लोरो फ्लोरो कार्बन 

15. पराबैंगनी विकिरणों से मनुष्य में कौन-सी बिमारी होती है ?

उत्तर :- त्वचा कैंसर एवं मोतियाबिंद 

16. जीवमंडल की एक स्वपोषी संरचनात्मक एवं कार्यात्मक इकाई क्या होती है ?

उत्तर :- पारिस्थितिक तंत्र 

17. समुद्र किस प्रकार का पारिस्थितिक तंत्र है ?

उत्तर :- प्राकृतिक 

18. अपने पोषण के लिए उत्पादकों पर पुर्णरुपेन निर्भर रहनेवाले जीवो को क्या कहते है ?

उत्तर :- उपभोक्ता | 

19. वैसे जीव, जो पौधों, जंतु दोनों खाते है, को क्या कहते है ?

उत्तर :- सर्व भक्षी | सर्वाहारी

20. जीवाणु और कवक जैसे सूक्ष्मजीव को क्या कहते है ?

उत्तर :- अपघटन कर्ता या अपमार्जक 

21. एक जलीय पारिस्थितिकी तंत्र में उत्पादक का कार्य कौन करता है ?

उत्तर :- शैवाल 

22. पृथ्वी तक पहुँचनेवाली सौर ऊर्जा का कितना भाग उत्पादक ग्रहण कर रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है ?

उत्तर :- 1%

23. आहार श्रृंखला के प्रत्येक पोषी स्तर पर कुल ऊर्जा का कितना हिस्सा अगले पोषी स्तर में स्थानातरित होता है ?

उत्तर :- 10%

24. जैव निम्नीकरण पदार्थों की मात्रा का पहले पोषी स्तर से दुसरे पोषी स्तर में क्रमशः होनेवाली वृद्धि को क्या कहते है ?

उत्तर :- जैव आवर्धन 

25. रेडियोधर्मी पदार्थ किस प्रकार के अपशिष्ट है ?

उत्तर :- अनिम्नीकरणीय अपशिष्ट 

26. अगर विभिन्न पोशी स्तर के जीवों की संख्या का अवलोकन किया जाए तो किस प्रकार की आकृति बनती है ?

उत्तर :- पिरामिड की |

27. कागज़ और कपास से निर्मित कपडे किस प्रकार के अपशिष्ट है ?

उत्तर :- जैविक अपशिष्ट 

28. धरती पर स्थित सभी जन्तुओ को किस श्रेणी में रखा जाता है ?

उत्तर :- पर्यावरण या वातावरण 

29. तिलचट्टा एवं मनुष्य किस प्रकार का जीव है ?

उत्तर :- सर्वभक्षी 

30. आहार श्रृंखलाओं के जाल को क्या कहते है ?

उत्तर :- आहार जाल 

31. अधिकतम ऊर्जा किस स्तर पर संचित रहती है ?

उत्तर :- उत्पादक स्तर (हरे पौधे)

32. आहार श्रृंखला में मनुष्य का क्या स्थान है ?

उत्तर :- प्राथमिक एवं द्वितीयक उपभोक्ता 

33. हमारे खाद्द पदार्थों में हानिकारक रसायनों का जमाव किस क्रिया द्वारा होता है ?

उत्तर :- जैव आवर्धन द्वारा

34. किस क्षेत्र के ऊपर ओजोन स्तर में आई कमी को सामान्यत ओजोन छिद्र की संज्ञा दी जाती है ?

उत्तर :- अन्टार्कटिका 

35. एरोसोल के उपयोग से वायुमंडल एवं जीव मंडल सम्मिलित रूप से किसका निर्माण करते है ?

उत्तर :- ओजोन मंडल का 

36. जलमंडल, स्थलमंडल, वायुमंडल एवं जीवमंडल सम्मिलित रूप से किसका निर्माण करते है ?

उत्तर :- पर्यावरण 

37. उपभोक्ता को कितने श्रेणियों में बाँटा जा सकता है ?

उत्तर :- तीन श्रेणियों में 

38. वन पारिस्थितिक तंत्र में घास का पोशी स्तर क्या होता है ?

उत्तर :- प्रथम उत्पादकता 

39. एक वन पारिस्थितिक तंत्र में चिड़ियों का क्या स्थान है ?

उत्तर :- तृतीय पोषी स्तर

40. क्या मैदानी पारिस्थितिक तंत्र के आहार श्रृंखला में गिद्ध कहाँ आते है ?

उत्तर :- चतुर्थ पोषी स्तर 

41. क्या ऊर्जा का स्थानान्तरण उपभोक्ता से उत्पादक की ओर हो सकता है ?

उत्तर :- नहीं 

42. CFC के टूटने से किस गैस की उत्पत्ति होती है जो ओजोन से प्रतिक्रिया करता है ?

उत्तर :- CFC के टूटने से Cl मुक्त होता है, यह Cl ओजोन से क्रिया करके ऑक्सीजन तथा क्लोरिन मोनो ऑक्साइड बनाता है।

हमारे चारों ओर फैले हुए  जैव और अजैव कारकों से निर्मित दुनिया जिसमें हम निवास करते हैं एवं जिससे हम प्रभावित होते हैं उसे पर्यावरण या वातावरण कहा जाता है।

पर्यावरण के अंतर्गत ,A)जल मंडल B) स्थल मंडल C) मंडल एवं जीव मंडल आते हैं । ये घटक जो किसी जीव को  चारों ओर से घेरे रहते हैं ,उसका पर्यावरण का निर्माण करते हैं ,वातावरण में अवस्थित, किसी तत्व को मानव की गतिविधियां प्रभावित करते हैं। जो पर्यावरण के लिए खतरनाक होते हैं , अगर मनुष्य पर्यावरण में अवस्थित संसाधनों का उपयोग न्याय संगत रूप से नहीं करेगा तो किसका अत्यधिक दोहन करेगा तो अंततः इसका कुप्रभाव मानव के साथ-साथ धरती पर रहने वाले सारे जीवो पर पड़ेगा।

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